भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण
भांडागारण (विकास और विनियमन) अधिनियम, 2007
के प्रावधानों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा भांडागारण विकास और विनियमन प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) का गठन दिनांक
26.10.2010 को किया गया था। डब्लूडीआरए का मुख्य उद्देश्य देश में निगोशिएबल भांडागार रसीद
(एनडब्ल्यूआर) प्रणाली का क्रियान्वयन है,
जिससे किसानों को अपने खेतों के निकट वैज्ञानिक पद्धति से निर्मित भंडारण गोदामों में अपने उत्पाद का भंडारण करने और अपनी निगोशिएबल भांडागारण रसीद के प्रति बैंकों से ऋण लेने में सहायता मिलेगी। इस प्राधिकरण के मुख्य कार्य भांडागारों के विकास और नियमन के लिए प्रावधान
करना है, जिनमें अन्य बातों के साथ-साथ भांडागार रसीदों की निगोशिएबिलिटी,
भांडागारों का पंजीयन, माल के वैज्ञानिक भंडारण को बढ़ावा देना,
जमाकर्ताओं और बैंकों की वित्तीय साख में सुधार करना,
ग्रामीण क्षेत्रों में नकदी बढ़ाना और कार्य कुशल आपूर्ति श्रृंखला का संवर्धन करना है।
2. दिनांक 31.01.2020 की स्थिति के अनुसार भांडागारण विकास और विनियमन प्राधिकरण के पास पंजीकृत भांडागारों,
जारी किए गए एनडब्ल्यूआर और एनडब्लूआर/ई- एनडब्ल्यूआर के प्रति वित्तपोषित ऋण का वर्षवार विवरण निम्नानुसार है:-
क्र.सं.
|
वर्ष
|
पंजीकृत भांडागारों की संख्या
|
जारी किए गए एनडब्लूआर की संख्या
|
एनडब्ल्यूआर के प्रति जमा की गई वस्तुओं का कुल मूल्य
(करोड़ रुपए में)
|
एनडब्ल्यूआर के प्रति कुल ऋण (करोड़ रुपए में)
|
1.
|
2011-12
|
240
|
8056
|
1356.32
|
591.00
|
2.
|
2012-13
|
92
|
8242
|
416.26
|
105.65
|
3.
|
2013-14
|
68
|
6121
|
583.02
|
108.02
|
4.
|
2014-15
|
234
|
16993
|
1160.66
|
388.42
|
5.
|
2015-16
|
588
|
15178
|
845.05
|
203.47
|
6.
|
2016-17
|
214
|
19350
|
719.93
|
148.40
|
7.
|
2017-18
|
261
(ऑनलाईन- 106)
|
12313
(ई- एनडब्ल्यूआर
-114)
|
510.2
(ई- एनडब्ल्यूआर
8.643)
|
118.51
(ई- एनडब्ल्यूआर के प्रति
-0.20 करोड़ रुपए)
|
8.
|
2018-19
|
607
(ऑनलाईन – 601)
|
89114
(ई- एनडब्ल्यूआर
-77332)
|
4790.51
(ई- एनडब्ल्यूआर
-4937.5754)
|
135.5974
(ई- एनडब्ल्यूआर के प्रति
–28.2774)
|
9.
|
2019-20
|
903
|
129493 (ई- एनडब्ल्यूआर
– 125795)
|
5221.3454 (ई- एनडब्ल्यूआर
– 4937.5754)
|
361.0421 (ई- एनडब्ल्यूआर
-302.7721
|
|
कुल
|
3207
|
304860
|
15603.2984
|
2160.1095
|
(वैध पंजीयन – 1755)
3. सरकार ने डब्ल्यूडीआरए के कार्यकालापों को सुप्रवाही
बनाने और भांडागारों के पंजीयन तथा मानीटरिंग के लिए सूचना प्रौद्योगिकी
आधारित प्लेटफार्म लागू करने के लिए ट्रांस्फ़ार्मेशन योजना की घोषणा की थी। इस
योजना के तहत, डब्ल्यूडीआरए ने भांडागारों के ऑनलाईन पंजीयन
के लिए एक पोर्टल स्थापित किया है। इसमें इलेक्ट्रानिक
निगोशिएबल वेयरहाऊस रसीदों को तैयार करने और उनके प्रबंधन के लिए मैसर्स
नेशनल इलेक्ट्रानिक रीपोजिटरी लिमिटेड (एनईआरएल) तथा सीएसडीएल
कोमोडिटी रीपोजिटरी लिमिटेड (सीसीआरएल) नामक दो रीपोजिटरीज की भी स्थापना की गई
है। इन रीपोजिटरीज में भांडागारों,
रीपोजिटरी-भागीदारों, कोमोडिटी एक्सचेंज और बैंकों सहित
सभी हितधारकों को पहुँच प्रदान की गई है।
दोनों रीपोजिटरीज और पोर्टल ने
दिनांक 26.09.2016 से कार्य करना शुरू कर दिया है। इस
उन्नत प्रणाली में
डब्ल्यूडीआरए के पास भांडागारों
के पंजीयन तथा जमा वस्तुओं के
के एवज में प्लेज वित्तपोषण की प्रक्रिया को आसान, सुरक्षित और पारदर्शी बनाया गया है।
सभी पंजीकृत भांडागारों के लिए यह अधिदेशित है कि वे
1 अगस्त, 2019 से केवल ई-एनडब्ल्यूआर जारी
करें। राष्ट्रीय कोमिडिटी और डेरिवेटिव
एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स), मल्टी कोमिडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स), बाम्बे
स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) राष्ट्रीय मल्टी कोमिडिटी एक्सचेंज (एनएमसीई/आईसीईएक्स) जैसी मान्यता प्राप्त
स्टॉक एक्सचेंज डेरिवेटिव कान्ट्रेक्ट के निपटान के लिए ई-एनडब्ल्यूआर का उपयोग कर रहे हैं।
कृपया और अधिक जानकारी के लिए
WDRA website www.wdra.gov.in
पर लाग इन करें।